नई दिल्ली: भारत के अग्रणी नेचुरल रिसोर्स एवं प्रौद्योगिकी समूह, वेदांता लिमिटेड ने आज अपने डाइवर्सिफाइड पोर्टफोलियो में सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले ग्लास मैन्युफैक्चरिंग वेंचर्स को जोड़ने की घोषणा की। ये भारत के लिए विकास का अवसर प्रस्तुत करेगी जिसका सेमीकंडक्टर मार्केट 2022 में 24 अरब डॉलर का था और 2026 तक इसके 80 अरब डॉलर तक पहुंचने का अनुमान है। डिस्प्ले पैनल मार्केट, जो अभी 7 अरब डॉलर मूल्य का है, वो 2025 तक बढ़कर 15 अरब डॉलर तक पहुंचने की उम्मीद है। वर्तमान में, भारत अपनी इन जरूरतों का शत प्रतिशत आयात करता है और वेदांता के ट्विन वेंचर इलेक्ट्रॉनिक्स में सरकार के आत्मनिर्भरता के लक्ष्य को तेज गति प्रदान करेंगे।
वेदांता की बढ़ोतरी में लगेंगे टेक्नोलॉजी के डबल इंजिन
ग्लोबल सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री, इन दिनों, अपने सबसे रोमांचक दौर से गुजर रही है। भारत एक अच्छी स्थिति में है क्योंकि दुनिया सेमीकंडक्टर्स और डिस्प्ले फैब में महत्वपूर्ण सप्लाई चेन को डाइवर्सिफाई करना चाहती है। इन अधिग्रहणों को मंजूरी देते हुए, वेदांता लिमिटेड के बोर्ड का मानना है कि वेदांता और उसके शेयरधारक, साथ ही भारत की अर्थव्यवस्था, वैश्विक गतिशीलता में बदलाव के जबरदस्त अवसर से लाभ उठा सकते हैं।
टीएसटीएल, वेदांता लिमिटेड की अंतिम होल्डिंग कंपनी वोल्कन इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है
अधिग्रहण ट्विन स्टार टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (टीएसटीएल) सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले एसपीवी के फेस वैल्यू पर शेयर ट्रांसफर के जरिए इफेक्टिव होगा। टीएसटीएल, वेदांता लिमिटेड की अंतिम होल्डिंग कंपनी वोल्कन इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है। इस अवसर पर वेदांता सेमीकंडक्टर बिजनेस के सीईओ श्री डेविड रीड ने कहा, “मेरा मानना है कि भारत दुनिया के लिए अगला सेमीकंडक्टर हब बन सकता है। इसमें सफलता के लिए जरूरी सभी तत्व मौजूद हैं।”
वेदांता भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
वेदांता लिमिटेड लार्ज स्केल मैन्युफैक्चरिंग और ऑपरेशनल एक्सीलेंस में अपनी विशेषज्ञता का लाभ उठाएगी और इन दो व्यवसायों को चलाने के लिए सर्वश्रेष्ठ ग्लोबल कंपनियों के साथ साझेदारी करेगी। भारत में निर्मित सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले ग्लास सभी भारतीयों के लिए किफायती इलेक्ट्रॉनिक्स – स्मार्टफोन, लैपटॉप, टेलीविजन और इलेक्ट्रिक वाहन की सुविधा प्रदान करेंगे। इस घोषणा पर बोलते हुए समूह के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने कहा, “वेदांता भारत को इलेक्ट्रॉनिक्स में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। यह भारत में एक अत्याधुनिक और विश्व स्तरीय इलेक्ट्रॉनिक्स इको सिस्टम, सिलिकॉन वैली के निर्माण की शुरुआत है। मेरा सपना है कि हर भारतीय युवा के पास एक किफायती स्मार्टफोन, लैपटॉप और एक इलेक्ट्रिक वाहन हो।”
उपकरणों की सहज उपलब्धता के मामले में कंज्यूमर्स पर इसका बहुत बड़ा प्रभाव होगा।
वेदांता के सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले बिजनेस के ग्लोबल एमडी श्री आकर्ष हेब्बर ने कहा, “हमारा मानना है कि सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले फैब किसी भी इलेक्ट्रॉनिक्स इकोसिस्टम के मूल में हैं। इससे डाउनस्ट्रीम और अपस्ट्रीम दोनों में सहायक उद्योगों और अवसरों का विकास होगा, जॉब्स अवसर पैदा होंगे और जीडीपी में बढ़ोतरी होगी। डिस्प्ले बिजनेस के सीईओ श्री वाई.जे. चेन ने कहा, “यह भारत के लिए डिस्प्ले ग्लास बनाने वाला दुनिया का पांचवां देश बनने का समय है। उपकरणों की सहज उपलब्धता के मामले में कंज्यूमर्स पर इसका बहुत बड़ा प्रभाव होगा।” वेदांता की, अपनी सहायक कंपनी एवनस्ट्रेट इंक – जो एलसीडी ग्लास सब्सट्रेट की एक अग्रणी ग्लोबल निर्माता है, के माध्यम से एलसीडी ग्लास सब्सट्रेट व्यवसाय में मजबूत उपस्थिति है। वेदांता जापान, कोरिया और ताइवान में डिस्प्ले इकोसिस्टम में अपनी उपस्थिति के साथ अपने ग्लास बिजनेस में अनुभव और विशेषज्ञता का लाभ उठाने की मजबूत स्थिति में है। संबंधित एसपीवी ने सितंबर 2022 में गुजरात के धोलेरा में क्रमशः सेमीकंडक्टर और डिस्प्ले फैब्स स्थापित करने के लिए गुजरात सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।