पीएम मोदी ने भोपाल के रानी कमलापति स्टेशन से पांच वंदे भारत ट्रेनों को हरी झंडी दिखाई जो मध्य प्रदेश, गोवा, कर्नाटक, झारखंड, महाराष्ट्र और बिहार सहित भारत के छह राज्यों को जोड़ेगी। इसके बाद उन्होंने भोपाल में ‘मेरा बूथ सबसे मजबूत’ कार्यक्रम में भाजपा कार्यकर्ताओं से बातचीत की। इस अवसर पर पीएम ने कहा,”भाजपा की सबसे बड़ी ताकत कार्यकर्ता ही हैं। आप सिर्फ दल ही नहीं, देश के संकल्पों की सिद्धि के भी सिपाही हैं। भाजपा के हर कार्यकर्ता के लिए देशहित सर्वोपरि है, दल से बड़ा देश है।”… रानी कमलापति रेलवे स्टेशन (आरकेएमपी) मप्र का ऐसा पहला स्टेशन बनने जा रहा है, जहां पिछले एक वर्ष आठ माह में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी तीसरी बार पहुंचें। उन्होंने यहां से पांच वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाइ। प्रधानमंत्री मोदी विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस इस स्टेशन पर सबसे पहले 15 नवंबर 2021 को आए थे। तब उन्होंने पुन: विकसित किए गए इस स्टेशन का लोकार्पण किया था। इसके उपरांत वह एक अप्रैल 2023 को दूसरी बार पहुंचे और मप्र की पहली वंदे भारत एक्सप्रेस को हजरत निजामुद्दीन के लिए हरी झंडी दिखाई थी। इतना ही नहीं आरकेएमपी को
फूलों से सजाया गया और देर रात तक चला पूर्वाभ्यास
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के कार्यक्रम के लिए रानी कमलापति रेलवे स्टेशन (आरकेएमपी) को फूलों से सजाया गया था । प्लेटफार्म नंबर एक पर लाल कारपेट बिछाए गए थे साथ ही सभी प्लेटफार्म पर बड़े आकार की एलईडी स्क्रीन लगाई गई , जिन पर वंदे भारत एक्सप्रेस की खूबियों को दिखाया जा रहा था साथ ही मुख्य कार्यक्रम का प्रसारण भी इन्हीं पर हुआ । स्टेशन के दोनों प्रवेश द्वार पर आमंत्रितों के लिए टेंट लगाए गए सुरक्षा की दृष्टि से आम यात्रियों के लिए प्लेटफार्म नंबर एक की ओर से प्रवेश बंद कर दिया गया, जो कार्यक्रम सम्पन्न होने के बाद खोल दिया गया।, प्लेटफार्म नंबर पांच की ओर से यात्रियों को प्रवेश व निकासी दी गयी । कार्यक्रम खत्म होने तक यही व्यवस्था रहेगी।
एक ही समय में दिखाई हरी झंडी
प्रधानमंत्री ने कुल पांच वंदे भारत एक्सप्रेस को एक ही समय में हरी झंडी दिखाइ। इंदौर जाने वाली ट्रेन प्लेटफार्म-एक व जबलपुर जाने वाली ट्रेन प्लेटफार्म-दो से रवाना होगी। ट्रायल सफल सोमवार दोपहर से शाम तक दोनों वंदे भारत एक्सप्रेस का ट्रायल किया गया, जो सफल रहा। इसके पहले रेलवे बोर्ड स्तर से पहुंचे दल ने अलग-अलग मापदंडों पर दोनों ट्रेनों की तकनीकी जांच भी की।