रूस की सरकार पुतिन के साथ पलटवार करने वाले या हम कहे जिन्होंने उनका साथ नहीं दिया Yevgeny Prigozhin अब इस दुनिया में नहीं रहे है अब इसको लेकर कयास लगाई जा रही है की पुनीत ने ही कुछ ऐसा किया है जिसकी वजह से आज Prigozhin इस दुनिया में नहीं है। आपको बता दे की रूस में हाल ही में ‘तख्तापलट’ की कोशिश करने वाले (Wagner Group) के संस्थापक Yevgeny Prigozhin की विमान दुर्घटना में मौत हो गई है. रूसी स्टेट मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार प्रिगोझिन उस विमान में सवार थे, जो मॉस्को के उत्तर-पश्चिम में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. इस क्रैश में करीब 10 लोगों की मौत हुई है.
विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की जांच शुरू कर दी गई है
यह विमान दुर्घटना प्रिगोझिन द्वारा रूस के सैन्य नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह करने के कुछ महीनों बाद हुई है. रूसी समाचार एजेंसी TASS के मुताबिक, बुधवार को टवर क्षेत्र में एम्ब्रेयर विमान के दुर्घटनाग्रस्त होने की जांच शुरू कर दी गई है….. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को चुनौति देने वाले येवगेनी प्रिगोजिन मारे गए हैं या अभी भी जीवित हैं और क्या यह रूस की एक चाल है? अमेरिका खुफिया एजेंसी इसका पता लगाने में जुटी है. खुफिया आकलन में पाया गया है कि जिस विमान दुर्घटना में वैगनर चीफ की मौत हुई थी, उसमें जानबूझकर विस्फोट किया गया था. यह विस्फोट रूसी राष्ट्रपति पुतिन के “अपने आलोचकों को चुप कराने की कोशिश के लंबे इतिहास” का ही एक हिस्सा है. अमेरिकी अधिकारियों ने इस बारे में कोई सबूत पेश नहीं किया है…
प्लेन में उनके और भी कई साथी मौजूद थे
वैगनर प्राइवेट मिलिट्री कंपनी के चीफ येवगेनी प्रिगोजिन के बारे में बताया गया कि वह प्लेन क्रैश में गुरुवार को मारे गए. वह मॉस्को से सेंट पिट्सबर्ग जा रहे थे, जहां वैगनर का हेडक्वार्टर है. यह साफ नहीं है कि वह हेडक्वार्टर जा रहे थे लेकिन प्लेन में उनके और भी कई साथी मौजूद थे. प्रिगोजिन के राइट हैंड कहे जाने वाले उत्किन दिमित्री समेत वैगनर ग्रुप के और भी भी बड़े अधिकारी विमान में थे. विमान प्रिगोजिन का ही था. इस क्रैश में पायलट, को-पायलट और एक फ्लाइट अटेंडेंट के मारे जाने की भी खबर है….. आज से ठीक 60 दिन पहले रूस की प्राइवेट आर्मी और खूंखार वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन और उनके सैनिकों ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ विद्रोह किया था। वैगनर आर्मी पर यूक्रेन में रूसी सैनिकों के कत्ल तक का इल्जाम लगा। वैगनर आर्मी धीरे-धीरे मॉस्को की तरफ बढ़ रही थी। हालात इस कदर बिगड़ गए थे कि पुतिन के आदेश पर मॉस्को किले में तब्दील हो गया था।
पुतिन किसी बागी को नहीं छोड़ेंगे!
उस वक्त व्लादिमीर पुतिन ने इस बगावत को विश्वासघात करार दिया था और रूस की जनता से वादा किया था कि अपराधियों को सजा जरूर दी जाएगी। परिणामस्वरूप येवगेनी की प्लेन क्रैश में मौत हो चुकी है। इसके पीछे लोग पुतिन का हाथ मानते हैं। अपने चीफ की मौत से भड़के वैगनर लड़ाकों ने पुतिन को अंजाम भुगतने की धमकी दे डाली है। जब वैगनर ग्रुप के चीफ येवगेनी प्रिगोझिन ने अपने लड़ाकों के साथ पुतिन के खिलाफ बगावत की थी तो तब ऐसा लग रहा था कि पुतिन किसी बागी को नहीं छोड़ेंगे। पूरी दुनिया को लग रहा था कि येवगेनी को जेल भेज दिया जाएगा या मार दिया जाएगा। लेकिन, उस वक्त दिलचस्प घटना यह हुई कि कमजोर से दिख रहे पुतिन लाचार नजर आ रहे थे। तभी येवगेनी ने बगावत से हाथ पीछे खींच लिए और पुतिन से मुलाकात भी कर डाली। सबको ऐसा लग रहा था कि अब सब शांत हो गया लेकिन उनकी मौत ने पूरी दुनिया को इस तरह सोचने के लिए मजबूर कर दिया है की क्या सच में पुतिन ने बगावत का बदला लेने के लिए इस तरह की conspiracy रची है। वसे तो राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने क्रैश में मारे गए लोगों के परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की.
हमले की वजह से प्लेन क्रैश हुआ
उन्होंने कहा कि प्रिगोजिन ने गंभीर गलती की थी. हालांकि, व्हाइट हाउस ने आधिकारिक रूप से ऐसा कोई बयान नहीं दिया है. रूसी मीडिया ने वैगनर के सूत्रों के हवाले ही दावा किया कि क्रैश में प्रिगोजिन भी मारा गया. प्लेन क्रैश की घटना के कुछ ही देर बाद वैगनर से जुड़े एक टेलीग्राम चैनल ग्रे जोन ने दावा किया कि असल में प्रिगोजिन के विमान पर रूसी सेना ने हमला किया था. हमले की वजह से प्लेन क्रैश हुआ. हालांकि, ग्रे जोन ने भी इसपर कोई पुख्ता सबूत नहीं दिया…… आपको बता दे की जून के अंत में मास्को पर एक विद्रोही मार्च का नेतृत्व करने के बाद से ही प्रिगोझिन के जान को खतरे में बताया जा रहा था. रूस पर नजर रखने वाले लोगों ने उन्हें “चलता-फिरता मरा हुआ आदमी” बता दिया था. न्यूज एजेंसी रायटर्स के मुताबिक, सीआईए निदेशक विलियम बर्न्स ने भी इस का अनुमान लगाया था. उन्होंने कहा था कि येवगेनी प्रिगोझिन का विद्रोह रूस की कमजोरी को दुनिया के सामने रख दिया. पुतिन का बदला अभी बाकी है.
मॉस्को में प्रिगोझिन के बहुत सारे दुश्मन थे
न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अगर यह कभी साबित हो गया कि येवगेनी प्रिगोझिन को ले जा रहे विमान क्रैश क्रेमलिन द्वारा जानबूझकर किया गया है तो इसे रूसी इतिहास में “विशेष सैन्य अभियान” के रूप में दर्ज किया जाएगा. मॉस्को में प्रिगोझिन के बहुत सारे दुश्मन थे, खासतौर से रूसी सेना के ऊपरी रैंकों में, जिनके नेताओं की वह अक्सर और सार्वजनिक रूप से आलोचना करते थे. 23 जून को जब उन्होंने मॉस्को पर मार्च शुरू किया तो ये राष्ट्रपति पुतिन को खुलेआम चुनौती देने जैसा था और यही उनकी सबसे बड़ी गलती थी. हालांकि, उन्होंने उस समय पुतिन का नाम नहीं लिया था, लेकिन प्रिगोझिन ने फरवरी 2022 में यूक्रेन पर रूस के आक्रमण के लिए दिए गए आधिकारिक कारणों की सार्वजनिक रूप से आलोचना करके क्रेमलिन को ‘नीचा’ जरूर दिखाया था.
यूक्रेन के खिलाफ जंग में वैगनर ग्रुप रूस की तरफ से लड़ रहा है
गौरतलब है कि उन्होंने रूस के लोगों से कहा था कि उन्हें धोखा दिया गया है और उनके बेटे खराब नेतृत्व के कारण यूक्रेन युद्ध में मर रहे हैं…….. अब वैगनर आर्मी काफी ताकतवर फोर्स मानी जाती है। तो लिहाजा यह तो लगता ही है की यह पुतिन से बदला ले सकती है। … यूक्रेन के खिलाफ जंग में वैगनर ग्रुप रूस की तरफ से लड़ रहा है। अब क्योंकि उनके चीफ येवगेनी और सेकेंड कमांडर दिमित्री उत्किन की मौत हो चुकी है तो यह माथापच्चसी चल रही है कि अब लड़ाकों का प्रमुख कौन होगा? वैगनर आर्मी में बैठकों का दौर जारी है। वे अपने चीफ की मौत का बदला लेने के लिए बेकरार हैं। …… राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह इस खबर से “आश्चर्यचकित नहीं” थे कि प्रिगोझिन की रूस में एक विमान दुर्घटना में मृत्यु हो गई होगी. बाइडेन ने कहा, “मैं वास्तव में नहीं जानता कि क्या हुआ, लेकिन मैं आश्चर्यचकित नहीं हूं.” उन्होंने आगे कहा, “रूस में ऐसा बहुत कुछ नहीं होता है जिसमें पुतिन पीछे न हों.” वहीं, अमेरिकी राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता एड्रिएन वॉटसन ने भी कहा कि किसी को भी इस मौत पर आश्चर्य नहीं होना चाहिए.”
बेवफाई मौत के बराबर है
वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति के सहयोगी मायखायलो पोडोल्याक ने सोशल मीडिया पर लिखा कि विमान का दुर्घटनाग्रस्त होना क्रेमलिन की ओर से विश्वासघात करने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक संकेत था- बेवफाई मौत के बराबर है. दूसरी तरफ, पोलिश विदेश मंत्री ज़बिग्न्यू राऊ ने सरकारी समाचार चैनल टीवीपी इन्फो पर कहा कि जिन लोगों ने पुतिन की सत्ता को धमकी दी है, वे “स्वाभाविक रूप से नहीं मरते.” इस मामले में भारत की ओर से अभी कोई प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है