उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ के एक फैसले पर विवाद शुरू हो गया है. आरोप है कि धनखड़ ने संसदीय समितियों में अपने निजी स्टाफ की नियुक्ति की है. ये सभी समितियां राज्यसभा के तहत आती हैं. इन समितियों में 12 कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है। आरोप है कि उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने 20 संसदीय समितियों में अपने 12 कर्मचारियों को नियुक्त किया है. चार कर्मचारी उपराष्ट्रपति सचिवालय के अधीन, जबकि चार कर्मचारी राज्यसभा के सभापति के अधीन हैं. इन संसदीय समितियों की कार्यवाही गुप्त होती हैं. लेकिन उपराष्ट्रपति के निजी स्टाफ को संसदीय समितियों को हिस्सा बनाना एक तरह से इनके कामकाज में सीधे दखल के तौर पर देखा जा रहा है