छत्रपति शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक की 350वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है। महाराष्ट्र में 7 दिनों तक चलने वाले समारोह के पहले दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का वीडियो मैसेज टेलीकास्ट किया गया। मैसेज में उन्होंने कहा- छत्रपति शिवाजी महाराज ने गुलामी की मानसिकता खत्म की PM ने कहा, ‘जब उनका राज्याभिषेक हुआ था तब स्वराज का नारा चारों दिशाओं में गूंजा था। शिवाजी ने हमेशा भारत की एकता और अखंडता को सर्वोपरि रखा।
छत्रपति शिवाजी महाराज स्मृति के प्रतीक हैं
- मोदी ने कहा, कि छत्रपति शिवाजी महाराज साहस के प्रतीक आज एक भारत-श्रेष्ठ भारत के विजन में उनके विचार की परछाई है। राष्ट्र कल्याण और लोक कल्याण उनकी व्यवस्था के मूल तत्व हैं।’ पीएम मोदी ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज स्मृति के प्रतीक हैं और उनका जीवन और आदर्श प्रेरणा के स्रोत हैं। राज्य और प्रजा का कल्याण छत्रपति शिवाजी महाराज के शासन का मूल सिद्धांत था। उनका राज्याभिषेक दिवस नया चेतन, नई ऊर्जा लेकर आया है।
- शिवाजी ने स्वराज की भी स्थापना की
शिवाजी महाराज का राज्याभिषेक उस कालखंड का एक अद्भुत और विशिष्ट अध्याय है पीएम मोदी ने कहा, छत्रपति शिवाजी महाराज का व्यक्तित्व अद्भुत था। उन्होंने स्वराज की भी स्थापना की और सुशासन कायम किया। वो अपने शौर्य के लिए भी जाने जाते हैं और अपने सुशासन के लिए भी। सैकड़ों सालों की गुलामी ने हमारे देशवासियों का स्वाभिमान और आत्मविश्वास छीन लिया था। उस समय लोगों में विश्वास जगाना एक कठिन काम था। छत्रपति शिवाजी महाराज ने उस वक्त न केवल हमलावरों का मुकाबला किया, बल्कि लोगों में यह विश्वास भी जगाया कि खुद का शासन संभव है।