भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष और सांसद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल रेसलर्स साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया और विनेश फोगाट अपनी नौकरी पर लौट गए हैं। तीनों रेलवे में नौकरी करते हैं। रेलवे पब्लिक रिलेशन के डायरेक्टर जनरल योगेश बवेजा ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने बताया कि तीनों ने आज ही ड्यूटी जॉइन की है। ये खबर तब आई है, जब दावा किया जा रहा है कि बृजभूषण पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली नाबालिग रेसलर अपने बयान से पलट गई है। दावे के मुताबिक, नाबालिग ने दिल्ली के कनॉट प्लेस पुलिस थाने में बयान दिए। इसके बाद उसे पटियाला हाउस कोर्ट ले जाया गया, जहां उसने बयान वापस ले लिया।
मेडल बहाने से इनकार कर दिया
पहले खबर ये आई थी कि पहलवानों ने आंदोलन से भी नाम वापस ले लिया है, लेकिन साक्षी मलिक ने ट्वीट करके इस तरह की खबरों का खंडन किया है। उन्होंने कहा- इंसाफ मिलने तक हमारी लड़ाई जारी रहेगी। बजरंग पूनिया ने भी कहा- FIR वापस लेने वाली बात झूठी है। हमारी लड़ाई जारी रहेगी। नाबालिग पहलवान की उम्र को लेकर भी विवाद है। लड़की के चाचा ने दावा किया कि उसकी उम्र 18 साल से ज्यादा है। इस मामले में दिल्ली पुलिस की एक टीम रोहतक भी आई थी। स्कूल में रिकॉर्ड की जांच की गई। नाबालिग पहलवान और उनके माता-पिता ने कुछ दिन पहले साक्षी मलिक, विनेश फोगाट और बजरंग पूनिया के साथ हरिद्वार में हर की पौड़ी में मेडल बहाने से इनकार कर दिया गया था। पिता भी किसी से मिलने को तैयार नहीं हैं। न ही वह अपनी लोकेशन बता रहे हैं।